बिजली बिल खपत के अनुसार, संपत्ति कर व कचरा टैक्स माफ करने की मांग को लेकर उज्जैन के होटल यात्री गृह बुधवार से रहेंगे बंद


उज्जैन। कोरोना संक्रमण काल में 22 मार्च से बंद पड़े होटल यात्री गृह पर एमपीईबी द्वारा मनमर्जी के थोपे गए बिल खपत के आधार पर लिए जाने व बंद के समय बिना उपयोग के होटल यात्री गृह पर व्यावसायिक संपत्ति कर व कचरा टैक्स माफ करने, पॉजिटिव पाए जाने पर कोरोन्टाइन का खर्च होटल यात्री गृह को ना उठाना पड़े आदि मांग को लेकर 8 जुलाई 2020 से उज्जैन शहर के सभी होटल यात्री गृह बंद रहेंगे।

होटल यात्री गृह एसोसिएशन के अध्यक्ष पंडित राजेश त्रिवेदी ने बताया कि कोरोना कॉल में लॉकडाउन के कारण संपूर्ण देश में सभी की आर्थिक स्थिति खराब हुई है। इस वित्तीय वर्ष 2020 से 21 में शहर में धार्मिक पर्यटकों की संख्या वैसे भी कम रहेगी, ऐसे में लोड के आधार पर एमपीईबी द्वारा दिए जा रहे फिक्स बिल को समाप्त किया जाए एवं खपत के आधार पर बिल दिया जाए। बंद पीरियड के साथ ही संपूर्ण वर्ष का संपत्ति कर व कचरा टैक्स माफ किया जाए एवं किसी भी यात्री के पॉजिटिव पाए जाने पर होटल यात्री गृह को उसके खर्चा और कोरोन्टाइन मुक्त किया जाए। इन सभी मांग को लेकर होटल यात्री गृह बंद होने जा रहा है। बुधवार को होटल यात्री गृह एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम पत्र कलेक्टर के माध्यम से एसडीएम संजीव साहू को प्रस्तुत किया। उक्त मांग को महापौर श्रीमती मीना जोनवाल को भी पत्र के माध्यम से प्रस्तुत की एवं नगर निगम आयुक्त को भी उपरोक्त मांगों का पत्र प्रस्तुत किया। इन मांगों को लेकर एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष पंडित राजेश त्रिवेदी के साथ-साथ भरत सोनी, गुर प्रीत सिंह मनोचा, राजेश उपाध्याय, मयंक राजानी, हितेश धनवानी, राजेश राजानी, मुकेश पांचाल, मुरलीधर तोतला, विद्याशंकर जोशी, अनीस शेख, यश नारंग, नरेश वासवानी, गुरबख्श सिंह, त्रिलोचन सिंह, अनिल जोशी, राजेंद्र जैन, सूरज कसेरा, मुकेश राज, देव चेतन राजानी, नरेंद्र शाम वेदी, संदीप ढींगरा आदि उपस्थित थे।