लॉकडाउन के पैसे वसूलने वाली बजाज फाइनेंस के खिलाफ ज्ञापन

 


उज्जैन। लॉकडाउन के पैसे वसूलने के लिए बेबस जनता को परेशान कर रही बजाज फाइनेंस कंपनी के खिलाफ खातेदारों ने गवर्नर, आरबीआई भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय पर एडीएम संजीव साहू को सौंपा। 


खातेदार मंगेश श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन के प्रारंभ से ही भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी कमर्शिलय बैंक, सहकारी बैंक, वित्तीय संस्थान और एनबीएफसी को 1 मार्च तक बकाया सभी कर्जों के संबंध में किस्तों के भुगतान पर तीन महीने की मोहलत देने की अनुमति दी गयी थी। लॉकडाउन में जब सबकुछ बंद था, उस समय की किश्तों पर भी बजाज फाइनेंस पेनल्टी काट रही है। परेशान होकर पैसे जमा कराने पहुंच रहे लोगों को कार्यालय पर कोई नहीं मिल रहा, उल्टे पेनल्टी के मैसेज आ रहे हैं। बजाज फाइनेंस कंपनी की मनमानी से वहां के खातेदार बहुत ज्यादा परेशान है, उनके खातों से प्रतिदिन चार्जेस के नाम पर 177 रूपये बैंक खातों से ऑटोमेटिक काटे जा रहे हैं। खातेदारों से प्रतिदिन के हिसाबों से कई हजारों रूपये इंट्री के रूप में बजाज फाइनेंस कंपनी काट चुकी है। परेशान लोग दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हो रहे हैं। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बजाज फाइनेंस कंपनी का कार्यालय भी बंद था ऐसे समय की पेनल्टी भी बजाज फायनेंस द्वारा जबरदस्ती काटी जा रही है। चूंकि कंपनी से बैंक खाता ऑटोमेटिक मोड पर कनेक्ट रहता है इस कारण कंपनी मनमर्जी पैसा काट रही है। खातों में पैसा न होने पर कंपनी सुरक्षा के नाम पर दिए गए चैक को बैंकों में लगाकर बाउंस करवा रही है और उसकी भी पेनल्टी वसूल रही है। जो कि सरासर धोखाधड़ी है एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशों का खुला उल्लंघन है, मंगेश श्रीवास्तव के साथ हरिओम सक्सेना, आकाश चोरिया, राहुल जाट, विनय आदि ने बजाज फाइनेंस पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है।