सरकारी भूमि पर अतिक्रमण

 ग्राम देवनखेड़ी में सीमांकन नहीं होने से हो रहा अतिक्रमण

उज्जैन। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण


की शिकायत के बाद भी अधिकारियों द्वारा सीमांकन नहीं किया जा रहा है। उज्जैन तहसील के ग्राम देवनखेड़ी के ग्रामीण पिछले दो वर्ष से सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने की मांग कर रहे हैं। कलेक्टर ने इस मामले को टीएल में भी लिया। फिर भी न सीमांकन हुआ न अतिक्रमण हटा।

गांव में शासकीय भूमि सर्वे नं. ३८, ३९, ४० व ४१ पर अतिक्रमण किया हुआ है। इस शासकीय जमीन के पास ही माध्यमिक व हाईस्कूल बना हुआ है। गांव के वसूली पटेल जगदीशसिंह सिसोदिया, कालूराम, रामचन्द्र जाट, मोढ़सिंह, नरेन्द्रसिंह, देवीलाल जाट, बद्रीलाल जाट, देवीसिंह, कैलाशसिंह, दिलीपसिंह व अन्य का कहना है कि इस सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटता है तो यहां पर हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूल के साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनना प्रस्तावित है। यहां पर शासकीय उचित मूल्य की दुकान का गोदाम भी बनना है। ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व मंत्री, संभागायुक्त को शिकायती पत्र लिखा था। राजस्व विभाग ने ७ दिसम्बर २०१९ को कलेक्टर को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। इसके बावजूद राजस्व मंत्री के कार्यालय से ८ फरवरी २०२१ को ही कार्रवाई करने के लिए फिर से कलेक्टर को पत्र लिखा गया। यही नहीं, संभागायुक्त कार्यालय में उपायुक्त राजस्व श्रवण कुमार भंडारी ने भी 5 मार्च २०२१ को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। अतिक्रमण हटाने के इतने निर्देश के बावजूद कलेक्टर आशीषसिंह ने १५ मार्च २०२१ को इसे टीएल बैठक में रखा। तीन महीने बीतने के बाद भी अतिक्रमण हटाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। भोपाल में राजस्व विभाग से भी कलेक्टर को भी १० फरवरी-२०२१ को सीमांकन करने के संबंध में पत्र जारी किया जा चुका है। इस पत्र पर भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। नाराज ग्रामीण बता रहे हैं कि सरकारी जमीन से ही प्रशासन अतिक्रमण हटाने में असफल हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र के दबंगों के कारण कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। बारिश का मौसम भी आने वाला है। यदि बारिश हो जाती है तो सीमांकन की कार्रवाई नहीं हो सकेगी। इसलिए ग्रामीणों ने मांग की है कि तत्काल सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों ने यहां पर विवाद से बचने के लिए पुलिस बल की तैनाती की भी मांग की है व जेसीबी से खुदाई कर निशान लगाने की भी मांग की है।