उज्जैन । मुरारी बापू आज उज्जैन विशेष ट्रेन से आए अपने 1008 भक्तो के साथ सरकार द्वारा यह कहे तो उनके अनुयाई द्वारा व्यवस्था के रूप में आए वही अपनी 18 दिन की यात्रा में 12 ज्योतिर्लिंग पर राम कथा के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना इसी तारतम्य में आज बाबा महाकाल की दर्शन किए महाकाल मंदिर के पास स्थित सरस्वती शिशु मंदिर सभागृह में राम कथा का वाचन किया जिनके दर्शन लेने के लिए शहर के लोग लगे रहे शाम को विशेष ट्रेन द्वारा फिर अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हुए श्री मुरारी बापू की यह यात्रा 22 जुलाई को उत्तराखंड में केदारनाथ से शुरू हुई थी. जहां मोरारी बापू ने हेलीकॉप्टर से जाकर और मंदिर परिसर में भीमशिला के करीब रामकथा कही. 24 जुलाई को काशी-विश्वनाथ धाम में मोरारी बापू की रामकथा के बाद 25 जुलाई को वैद्यनाथ धाम झारखंड में मोरारी बापू का रामकथा हुई. इसी क्रम में 26 जुलाई को जगन्नाथ पुरी उड़ीसा में मोरारी बापू की विशेष रामकथा का आयोजन हुआ. मोरारी बापू की रामकथा यात्रा तमिलनाडु के रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग में 28-29 जुलाई को हुई. इसके बाद रामकथा का अगला पड़ाव 30 जुलाई को तिरुपति बालाजी मंदिर में हुआ । बापू जी के मुताबिक सनातन धर्म की सामूहिक चेतना को बढ़ाने की कोशिश के तहत विशेष रामकथा यात्रा 31 जुलाई को नागेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में प्रवेश करने के बाद 1 अगस्त को भीमाशंकर, 2 अगस्त को त्र्यंबकेश्वर, 3 अगस्त को घृष्णेश्वर में रामकथा करी व 4 अगस्त को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से प्रवेश किया व 5 अगस्त को महाकालेश्वर में रामकथा का आयोजन किया गया वही 6 अगस्त को गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर में रामकथा का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद 7 अगस्त को नागेश्वर, सोमनाथ और 8 अगस्त को तलगाजार्डा में रामकथा के आयोजन के साथ यात्रा समाप्त होगी.
श्री राम भक्त मुरारी बापू बारह ज्योतिर्लिंग की यात्रा पर
उज्जैन । मुरारी बापू आज उज्जैन विशेष ट्रेन से आए अपने 1008 भक्तो के साथ सरकार द्वारा यह कहे तो उनके अनुयाई द्वारा व्यवस्था के रूप में आए वही अपनी 18 दिन की यात्रा में 12 ज्योतिर्लिंग पर राम कथा के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करना इसी तारतम्य में आज बाबा महाकाल की दर्शन किए महाकाल मंदिर के पास स्थित सरस्वती शिशु मंदिर सभागृह में राम कथा का वाचन किया जिनके दर्शन लेने के लिए शहर के लोग लगे रहे शाम को विशेष ट्रेन द्वारा फिर अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हुए श्री मुरारी बापू की यह यात्रा 22 जुलाई को उत्तराखंड में केदारनाथ से शुरू हुई थी. जहां मोरारी बापू ने हेलीकॉप्टर से जाकर और मंदिर परिसर में भीमशिला के करीब रामकथा कही. 24 जुलाई को काशी-विश्वनाथ धाम में मोरारी बापू की रामकथा के बाद 25 जुलाई को वैद्यनाथ धाम झारखंड में मोरारी बापू का रामकथा हुई. इसी क्रम में 26 जुलाई को जगन्नाथ पुरी उड़ीसा में मोरारी बापू की विशेष रामकथा का आयोजन हुआ. मोरारी बापू की रामकथा यात्रा तमिलनाडु के रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग में 28-29 जुलाई को हुई. इसके बाद रामकथा का अगला पड़ाव 30 जुलाई को तिरुपति बालाजी मंदिर में हुआ । बापू जी के मुताबिक सनातन धर्म की सामूहिक चेतना को बढ़ाने की कोशिश के तहत विशेष रामकथा यात्रा 31 जुलाई को नागेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में प्रवेश करने के बाद 1 अगस्त को भीमाशंकर, 2 अगस्त को त्र्यंबकेश्वर, 3 अगस्त को घृष्णेश्वर में रामकथा करी व 4 अगस्त को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर से प्रवेश किया व 5 अगस्त को महाकालेश्वर में रामकथा का आयोजन किया गया वही 6 अगस्त को गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर में रामकथा का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद 7 अगस्त को नागेश्वर, सोमनाथ और 8 अगस्त को तलगाजार्डा में रामकथा के आयोजन के साथ यात्रा समाप्त होगी.